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Showing posts from June, 2020

एक गर्भवती हथिनी को पटाख़ों से भरा अनन्नास खिलाया

केरल जैसे शिक्षित राज्य में एक गर्भवती हथिनी मल्लपुरम की सड़कों पर खाने की तलाश में निकलती है। उसे अनन्नास ऑफर किया जाता है। वह मनुष्य पर भरोसा करके खा लेती है। वह नहीं जानती थी कि उसे पटाख़ों से भरा अनन्नास खिलाया जा रहा है। पटाख़े उसके मुँह में फटते हैं। उसका मुँह और जीभ बुरी तरह चोटिल हो जाते हैं।   मुँह में हुए ज़ख्मों की वजह से वह कुछ खा नहीं पा रही थी। गर्भ के दौरान भूख अधिक लगती है। उसे अपने बच्चे का भी ख़याल रखना था। लेकिन मुँह में ज़ख्म की वजह से वह कुछ खा नहीं पाती है। घायल हथिनी भूख और दर्द से तड़पती हुई सड़कों पर भटकती रही। इसके बाद भी वह किसी भी मनुष्य को नुक़सान नहीं पहुँचाती है , कोई घर नहीं तोड़ती। पानी खोजते हुए वह नदी तक जा पहुँचती है। मुँह में जो आग महसूस हो रही होगी उसे बुझाने का यही उपाय सूझा होगा। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को जब इस घटना के बारे में पता चलता है तो वे उसे पानी से बाहर लाने की कोशिश करते हैं लेकिन हथिनी को शायद समझ आ गया था कि उसका अंत निकट है। और कुछ घंटों बाद नदी में खड़े-खड़े ही वह दम तोड़ देती है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के जिस ऑफिसर के सामने यह घटना घटी उ

मेरे पहाड़ के रियल हीरो बांसुरी वादक - श्री मोहन जोशी

मेरे पहाड़ के रियल हीरो *हुड़का और बांसुरी बनाने का कार्य भी सुरु कर दिया है*। बांसुरी वादक - श्री मोहन जोशी मोहन जोशी जी एक बहुत ही खास बांसुरी वादक हैं. मूल रूप से उत्तराखंड के बागेश्वर निवासी मोहन जोशी वर्तमान में उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ बांसुरी वादकों में गिने जाते हैं . मोहन जोशी उत्तराखंड के सभी बड़े लोक-गायकों के साथ काम कर चुके हैं . बचपन से ही वे उत्तराखंडी कुमाऊँनी व गढ़वाली गीतों और पारम्परिक धुनों को अपनी बांसुरी पर बजाया करते थे. न केवल लोक-संगीत बल्कि मोहन जोशी भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी बहुत रूचि रखते हैं. उन्हें प्रयाग संगीत समिति (इलाहाबाद) से "संगीत-प्रभाकर" की उपाधि भी मिली है .मोहन जोशी विभिन्न रेडिओ स्टेशनों से भी अपनी कला का प्रसारण कर चुके हैं . आकाशवाणी केंद्र-रामपुर (उ.प्र.) से वे बी-ग्रेड के नियमित कलाकार के रूप में सम्बद्ध हैं . साथ ही विभिन्न टीवी चैनलों पर भी आपके प्रसारण होते रहते हैं , जैसे दूरदर्शन, आस्था , श्रद्धा इत्यादि . लोक संगीत एवं शास्त्रीय संगीत के अतिरिक्त वे "भजन संगीत" से भी जुड़े हैं . अनेक आध्यात्मिक